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Wednesday, 22 July 2015




ह्रदय रोग का आयुर्वेदिक इलाज

  1. ह्रदय रोग में, एक कप लौकी के रस में थोड़ी सी कलि मिर्च और पुदीना डालकर पीने से ह्रदय रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है !
  2. एक चम्मच आंवले के चूर्ण की फांकी नित्य लेने से ह्रदय रोग से बचाव होता है !
  3. अर्जुन की छाल का चूर्ण 3 से 6 ग्राम, शहद या दूध के साथ दिन में 2 या 3 बार लेने से दिल के मरीजो को काफी फायदा होता है !
  4. अर्जुन की छाल और जंगली प्याज़ के कंदों का चूर्ण समान मात्रा में तैयार कर प्रतिदिन आधा चम्मच दूध के साथ लेने से ह्रदय रोग में लाभ होता है !
  5. गर्मी के मौसम में आधा कप लीची का रस प्रतिदिन पीने से ह्रदय को बल मिलता है !
  6. ह्रदय शक्ति बढ़ाने के लिए अनन्नास का रस पीना लाभदायक है !
  7. बेल पत्र का काढ़ा पीने से ह्रदय मजबूत होता है !
  8. दिल को सेहतमंद रखने के लिए रोज आंवला खाने की आदत डाले ! इससे आपके दिल की मांसपेशिया मजबूत होंगी !

Sunday, 12 July 2015

कलौंजी के फ़ायदे 


  1. कैंसर के उपचार में आधी बड़ी चम्मच कलौंजी के तेल को एक ग्लास अंगूर के रस में मिलाकर दिन में तीन बार लें !
  2. ह्रदय रोग , ब्लड प्रेशर और ह्रदय की धमनियों के अवरोध के लिए जब भी कोई गर्म पेय लें , उसमे एक छोटी चम्मच कलौंजी का तेल मिला कर लें !
  3. सफ़ेद दाग और लेप्रोसी में 15 दिन तक रोज पहले सेब का सिरका मलें , फिर कलौंजी का तेल मेल !
  4. एक बड़ी चम्मच कलौंजी के तेल को एक बड़ी चम्मच शहद के साथ रोज सुबह लें,आप स्वस्थ और निरोग रहेंगे!
  5. पठारी हो तो कलौंजी को पीस कर पानी में मिलिए, फिर उसमे शहद मिलाकर 10 दिन पीजिये !
  6. कलौंजी की राख को तेल में मिलाकर गंजे अपने सर पर मालिश करें ! कुछ दिनों में नए बाल पैदा होने लगेंगे!


किवी के फायदे

  1. इसमें गलाईकमिक इंडेक्स कम मात्रा में होता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज नही बढ़ता ! इस कारण यह डायबिटीज, ह्रदय रोग और वजन कम करने में बहुत लाभकारी है !
  2. गर्भवती महिलायों के लिए यह फोलिक एसिड का एक बेहतरीन सोत्र है ! गर्भ में बच्चे के मस्तिष के विकास में इसकी बहुत बड़ी भूमिका होती है !
  3. किवी में 27 से अधिक पोषक तत्व मौजूद है ! यह फाइबर, विटामिन C और E , कैरोटेनाइड्स , एंटीऔक्सीडेट्स और कई प्रकार के मिनरल्स से भरपूर है !

Thursday, 9 July 2015

बेल के फ़ायदे – Benefits of WoodApple 

1.  इसके पत्तों का काढा पीने से हृदय मजबूत होता है !

2 -  दमा या अस्थमा के लिए बेल पत्तों का काढा लाभकारी है !

3 -  पेट के कीड़े नष्ट करने के लिए बेल पत्र का रस ले !

4 -  एक चम्मच बेल पत्र का रस पिलाने से बच्चो के दस्त तुरंत रुक जाते है !

5 -  महिलाओ में अधिक् मासिक स्राव और श्वेत प्रदर के लिए और पुरुषों में धातु स्राव को रोकने के लिए बेल पत्र और जीरा पीसकर दूध के साथ पीना चाहिए !

6 -  बेल पत्र के सेवन से शरीर में आहार के पोषक तत्व अधिकाधिक रूप से अवशोषित होने लगते है |

7 -  मन एकाग्र रहता है और ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलती है |

8 -  इसके सेवन से शारीरिक वृद्धि होती है |

9 -  इसके पत्तों का काढा पीने से ह्रदय मज़बूत होता है | 

10 -  बारिश के दिनों में अक्सर आँख आ जाती है यानी कंजक्टिवाईटीस हो जाता है . बेल पत्रों का रस आँखों में डालने से ; लेप करने से लाभ होता है |

11 -  इसके पत्तों के १० ग्राम रस में १ ग्रा. काली मिर्च और १ ग्रा. सेंधा नमक मिला कर सुबह दोपहर और शाम में लेने से अजीर्ण में लाभ होता है | 

12 -  बेल पत्र , धनिया और सौंफ सामान मात्रा में ले कर कूटकर चूर्ण बना ले , शाम को १० -२० ग्रा. चूर्ण को १०० ग्रा. पानी में भिगो कर रखे , सुबह छानकर पिए | सुबह भिगोकर शाम को ले, इससे प्रमेह और प्रदर में लाभ होता है | शरीर की अत्याधिक गर्मी दूर होती है | 

13 -  बरसात के मौसम में होने वाले सर्दी , खांसी और बुखार के लिए बेल पत्र के रस में शहद मिलाकर ले |

14 -  बेल के पत्तें पीसकर गुड मिलाकर गोलियां बनाकर रखे. इसे लेने से विषम ज्वर में लाभ होता है |

15 -  दमा या अस्थमा के लिए बेल पत्तों का काढा लाभकारी है|

16 -  सूखे हुए बेल पत्र धुप के साथ जलाने से वातावरण शुद्ध होता है|

17 -  पेट के कीड़ें नष्ट करने के लिए बेल पत्र का रस लें|

18 -  एक चम्मच रस पिलाने से बच्चों के दस्त तुरंत रुक जाते है |

19 -  संधिवात में बेल पत्र गर्म कर बाँधने से लाभ मिलता है |

20 -  महिलाओं में अधिक मासिक स्त्राव और श्वेत प्रदर के लिए और पुरुषों में धातुस्त्राव हो रोकने के लिए बेल पत्र और जीरा पीसकर दूध के साथ पीना चाहिए| 

    Monday, 6 July 2015

    दही के फ़ायदे - Benefits of Curd


    • मोटापा कम करने के लिए दही प्रभावशाली है !
    • दही में ह्रदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की अदभुत शमता है ! यह हमारे रक्त में बनने वाले कोलेस्टोल को बढ़ने से रोकता है !
    • पेट में गड़बड़ हो, पतले दस्त हो तो दही के साथ ईसबगोल की भूसी ले ! दही के साथ चावल खाए !
    • दही में कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है जो शरीर में हड्डियों का विकास करती है !
    • बवासीर के रोगियों को चाहिए कि दोपहर में भोजन के बाद एक गिलास छाछ में अजवायन डालकर पीये !
    • दही में शहद मिलाकर चाटने से छोटे बच्चो के दांत आसानी से निकलते है !
    • पेट के रोगियों को चाहिए कि ज्वार की रोटी के साथ दही ले ! दही का सेवन भुने हुए जीरे व् सेंधे नमक के साथ करे !
    • शहद व् दही की समान मात्रा मिलकर सुबह –शाम लगाने से मुंह के छाले दूर हो जाते है !
    • दुबले व्यक्तयो को चाहिए कि दही में किशमिस, बादाम, छुहारा आदि मिलाकर पिए ! इससे वजन बढ़ता है !
    • बालो को सुंदर , स्वस्थ व् निरोगी रखने के लिए बालो को धोने के लिए दही या छाछ का प्रयोग करना चाहिए ! दही के प्रयोग से खुस्की व् रुसी समाप्त हो जाती है !
    • दही जीरे व् हिंग का छोंक लगाकर कहने से जोड़ो के दर्द में लाभ पहुचता है !
    • पसीने की बदबू दूर करने क लिए दही और बेसन मिलाकर शरीर पर मालिश करे तथा कुछ देर बाद स्नान करे !

    : सावधानिया :
    • रात में दही का प्रयोग नही किया जाना चाहिए।
    • मासहार के साथ दही के सेवन को विरुद्ध माना गया हँ।
    • दही दस्त अतिसार के रोगियो में मल को बाँधने वाला होता हँ।
    • मधुमेह से पीड़ित रोगियो को दही का सेवन समय से करना चाहिए।
    • जब खांसी, जुकाम, टॉन्सिल्स एवं सांस की तकलीफ हो तब दही का सेवन न करें।
    • दही सदैव ताजा एवं शुद्ध घर में मिटटी के बर्तन में बना हो तो अत्यंत गुणकारी होता हँ।

    गाजर के फ़ायदे - Benefits of Carrot


    • गाजर को आँखों के लिए बहुत अधिक फायदेमंद माना जाता है क्योकि यह विटामिन A का सबसे अच्छा सोत्र है !
    • गाजर के रस का रोज सेवन करने से दिमागी कमजोरी दूर होती है !
    • मासिक कम आने पर या समय होने पर भी न आने पर गाजर 5 ग्राम बीजों को 20 ग्राम गुड के साथ काढ़ा बनाकर लेने से लाभ होता है !
    • गाजर के पत्तों पर दोनों ओर घी लगाकर उन्हें गर्म करे ! फिर उनका रस निकल कर 2-3 बूंदे कान एवं नाक में डाले ! इससे आधासीसी (Migraines) का दर्द मिटता है !
    • जल जाने पर प्रभावित अंग पर बार – बार गाजर का रस लगाने से लाभ होता है !
    • गाजर का रस पीने से पेशाब खुलकर आता है , रक्तशर्करा भी कम होती है ! गाजर का हलवा खाने से पेशाब में कैल्सियम व फास्फोरस का आना बंद हो जाता है !
    • गाजर के रस में नमक , धनिया पत्ती , जीरा , कलि मिर्च, नीम्बू का रस डालकर पीने से पाचक संबंधी गडबडी दूर होती है !
    • ह्रदय की कमजोरी अथवा धड़कने बढ़ जाने पर गाजर को भुनकर खाने से लाभ होता है !
    • गाजर को कद्दूकस करके नमक मिलकर खाने से खाज – खुजली में फायदा होता है !


    Sunday, 5 July 2015


    • रात को गाय का घी हल्का गर्म करके नथुनों में एक – एक बूँद डाल के सोए ! इससे खराटे बिलकुल बंद हो जाएगे, नींद अच्छी आएगी, बच्चो की याददाश्त बढेगी !
    • गाय का घी वात और पित्त दोषों को शांत करता है !
    • बच्चे के जन्म के बाद वात बढ़ जाता है जो घी के सेवन से निकल जाता है !
    • ह्रदय की नलियों में जब ब्लॉकेज हो तो गाय का घी एक ल्यूब्रिकेंट का काम करता है !
    • गर्मियों में जब पित्त बढ़ जाता है तो घी उसे शांत करता है !
    • वनस्पति घी कभी न खाएं – ये पित्त बढ़ाता है और शरीर में जम जाता है !
    • घी को कभी भी मलाई गर्म करके न बनाए ! दही जमाकर मथने से घी में प्राण शक्ति आकर्षित होती है ! फिर इसको गर्म करने से घी मिलता है !

    नोट :- उपरोक्त सभी लाभ देशी नसल की गाय में घी में ही संभव है !

    Sunday, 14 June 2015

    लोकी के फ़ायदे

    • लोकी को उबाल कर कम मसालों के साथ सब्जी बनाकर खाने पर यह मूत्रल (डायरेटिक), तनावमुक्त करने वाली (सेंडेटिव) और पित्त को बाहर निकालने वाली औषधि है !
    • ह्रदय रोग में, एक कप लोकी के रस में थोड़ी सी कलि मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हृदय रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता हैं !
    • अगर डायरिया के मरीज को केवल लोकी का जूस हलके नमक और चीनी के साथ मिलाकर पिला दिया जाये तो यह प्राक्रतिक जीवनरक्षक घोल बन जाता है ! 
    • लौकी का जूस निकलकर, नींबू के रस में मिलाकर एक गिलास कि मात्रा में सुबह-सुबह पीने से यह प्राक्रतिक अल्क्लाइजर का काम करती हैऔर केसी भी पेशाब कि जलन चंद पलो में ठीक हो जाती है !
    • लौकी में श्रेष्ठ किस्म का पोटैशियम प्रचुर मात्रा में मिलता है, जिसकी  वजह से यह गुर्दे के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे पेशाब खुलकर आता है !
    • हैजा होने पर 25 मि.ली. लौकी क रस में आधे नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिए !

    आंवला के फ़ायदे 

    • आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है !
    • कब्ज में आंवला चूरन रात को एक चम्मच पीना या दुध के साथ लेने से सुबह साफ शोच आता है!
    • सूखे  आंवला को बारीक पीसकर प्रतिदिन सुबह-शाम 1 चम्मच दुध या छाछ में मिलाकर पीने से खुनी बवासीर ठीक होती हैं!
    • एसिडिटी की समस्या है, तो एक ग्राम आवला पाउडर और थोड़ी सी चीनी को एक गिलास अपनी या दूध में मिलाकर ले !
    • एल चम्मच आँवले पाउडर की फ़की नित्य लेने से ह्रदय रोग से बचाव होता है !
    • आँवला खाने से कब्ज दूर होती है ! यह डायरिया जेसी परेशानियों को दूर करने में बहुत फायदेमंद है !
    • आंवला मोतियाबिंद कि परेशानी में फायदेमंद रहता है ! इसका सेवन आँखों के लिए अत्यंत लाभदायक है !
    • आंवला खाने से सर्दी, खांसी, जुकाम जेसी बीमारियों से बचा जा सकता है !
    • दिल को सेहतमंद रखने क लिए रोज आंवला खाने की आदत डालें! इससे आपके दिल की मांसपेशियां मजबूत होगी! 
    • आंवला बालों को मजबूत बनाता है, इनकी जड़ों को मजबूत करता है और बालों का झड़ना भी काफी हद तक रोकता है!
    • आंवला हमारे पाचन तन्त्र और हमारी किडनी को स्वस्थ रखता है!
    • मधुमेह रोगियों के लिए आंवला का रस लाभप्रद होता है!
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    अमूल्य कथन

    1 Amla a day = No Doctor
    1 Lemon a day = No Fat
    3 liters of Water per day = No Diseases
    5 Tulsi Leafs a day = No Cancer
    1 Cup milk a day = No bone Problem

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