लोकी के फ़ायदे
- लोकी को उबाल कर कम मसालों के साथ सब्जी बनाकर खाने पर यह मूत्रल (डायरेटिक), तनावमुक्त करने वाली (सेंडेटिव) और पित्त को बाहर निकालने वाली औषधि है !
- ह्रदय रोग में, एक कप लोकी के रस में थोड़ी सी कलि मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हृदय रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता हैं !
- अगर डायरिया के मरीज को केवल लोकी का जूस हलके नमक और चीनी के साथ मिलाकर पिला दिया जाये तो यह प्राक्रतिक जीवनरक्षक घोल बन जाता है !
- लौकी का जूस निकलकर, नींबू के रस में मिलाकर एक गिलास कि मात्रा में सुबह-सुबह पीने से यह प्राक्रतिक अल्क्लाइजर का काम करती हैऔर केसी भी पेशाब कि जलन चंद पलो में ठीक हो जाती है !
- लौकी में श्रेष्ठ किस्म का पोटैशियम प्रचुर मात्रा में मिलता है, जिसकी वजह से यह गुर्दे के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे पेशाब खुलकर आता है !
- हैजा होने पर 25 मि.ली. लौकी क रस में आधे नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिए !