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Friday, 9 September 2016

Ayurvedic Benefits of Scutch Grass (Dube) in Hindi

Ayurvedic Benefits of Scutch Grass (Dube) for Mouth Ulcers, Nose Bleeding, Eye Infection, Sexual Problems, Stress, Viral Fever, Migraine, Itching, Urine Infection, Acidity, Leucorrhea in Hindi


मुह के छालों में 

जिनके मुह में छाले है वे दूब घास का रस निकाल कर थोडा फिटकरी मिलाकर गरारे करे ! इससे मुह के छाले ख़तम हो जायेंगे ! ध्यान रहे पूजा वाली दूब का ही प्रयोग करे !

नकसीर में 

जिनको नकसीर की शिकायत है वे दूब घास के रस को निकाले और 4 -4 बूंद रस को नाक में डाले ! रक्तस्राव के दौरान भी यदि नाक में रस डालते है तो तुरंत रक्तस्राव बंद हो जायेगा ! जिनको बार – बार नकसीर की शिकायत रूप से सेवन करे ! इससे नकसीर परेशानी में लाभ होगा !

आखो की परेशानी में

जिनको आखोँ की परेशानी है व आखोँ में दर्द रहता है वे दूब घास को पीसकर टिकिया बनाकर आखोँ पर बांधे ! उससे आखो की परेशानी दूर होगी और दर्द में भी आराम मिलेगा !

वासना में 

सफ़ेद दूब उत्तेजना को कम करने वाला माना गया है ! जो वासना से विरक्त होना चाहते है उनके लिए भी दूब बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए सफ़ेद दूब को पीसकर 3 – 4 चम्मच रस को प्रात काल नियमित रूप से सेवन करे ! इससे वासना की आशक्तत्ता काम भावना कम होगी और वे सुख पूर्वक जीवन बितायेंगे !

तनाव में 

जिनको तनाव रहता है , उनके लिए दूब घास का प्रयोग बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए दूब घास को पीसकर पेरो में लेप लगायें ! इससे मस्तिक को ठंडक मिलेगी और तनाव भी कम हो जायेगा !

सिर दर्द में

सिरदर्द क लिए दूब का प्रयोग बहुत ही लाभ करी है ! जिनको सिर दर्द की शिकायत है वे दूब घास को पीसकर उसमे थोडा चुना मिलाकर अपने सिर में लेप लगाये ! इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा !

तालू बैठ ने में

जिन बच्चो में तालू बेठ गई हो उनके लिए दूब घास बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए दूब घास का 2 – 2 बूँद रस नाक में डाले या सुधा दे ! इससे तालू सामान्य हो जायेगा और वे जल्द ही ठीक हो जायेगे !

बुखार में

जिनको बुखार है, Viral Fever या मलेरिया है वे दूब घास को पीसकर रस निकालकर थोडा पानी मिलाकर, 2 – 2 चम्मच पिलायें ! इससे मलेरिया व वायरल फीवर के दौरान होने वाली परेशानी दूर हो जाएगी और शरीर की ताकत भी मिलेगी ! 

खुजली में 

जिन बच्चो को खुजली की शिकायत है वे दूब घास को कुटकर 4 गुना पानी में पकाए ! जब एक भाग बच जाय तो उसे छानकर उसमे थोडा सा सरसों का तेल व कपूर मिलाकर मालिश करे ! इससे खुजली जल्द ही समाप्त हो जाएगी !

मूत्र रोग में 

दूब घास मूत्रल है ! जिनको पेशाब संबंधी परेशानी है उनके लिए दूब लाभकारी है ! इसके लिए दूब घास को जड़ सहित उखड कर , टुकड़े कर छाया में सुखाकर पाउडर करे ! लगभग 2 चम्मच को 400 ग्राम पानी में पकाए ! जब 100 ग्राम बच जाय तो उसे छानकर पिये ! इससे पेशाब संबंधी परेशानियों में आराम मिलेगा ! जिसका सिरम केटनिन या ब्लड य्युरिया बढ़ा हुआ है उसके लिए दूब का काढ़ा बहुत अच्छा प्रयोग है !

अलसर में

जिनको Acidity की शिकायत है , ulcer है पेट में संक्रमन व सुजन है उनके लिए दूब घास बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए दूब घास को पीसकर 3 – 4 चम्मच रस निकाल ले उस रस को सुबह खाली पेट नियमित रूप से सेवन करे ! इससे Acidity , Ulcer , संक्रमन व सुजन में आराम मिलेगा !

लिकोरिया में 

जिन महिलायों को लिकोरिया की शिकायत है उनके लिए दूब बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए दूब घास को पीसकर 4 – 5 चम्मच रस निकाल कर प्रतिदिन प्रातः काल सेवन करे ! इससे लिकोरिया व इससे संबंधित अन्य परेशानियों में आराम मिलेगा !

Monday, 5 September 2016

Benefits of Vasa for Blood leucorrhoea, Menstruation, Nose Bleeding, Piles, Urticaria, Ulcerative Colitis in Hindi

रक्त प्रदर में 

जिनको रक्त प्रदर की शिकायत है उनके लिए वासा का प्रयोग बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए 10 – 15 ग्राम रस में थोड़ी मिश्री मिलाकर प्रतिदिन सुबह शाम खली पेट पिये ! इससे रक्त प्रदर व शवेत प्रदर की परेशानी में आराम मिलेगा !

मासिक धर्म में

जिन महिलाओ को मासिक धर्म के दौरान ज्यादा रक्त स्राव होता है वे वासा के पत्तो का रस निकाले ! 4-5 चम्मच रस को प्रतिदिन सुबह खली पेट पियें ! ध्यान रहे इस दौरान हल्का भोजन ही करे ! इससे अति रक्तस्राव की परेशानी में आराम मिलेगा !

नकसीर रोग में 

नकसीर की परेशानी में वासा का प्रयोग बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए वासा की तजा पत्तियो का रस निकालकर सेवन करे ! यदि वासा की पत्तिया ताजी न मिले तो वासा की पत्तियो की सुखाकर नकसीर की परेशानी में आराम मिलेगा !

बवासीर में 

जिनको बवासीर Piles में अतिरक्तस्राव होता है उनके लिए वासा बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए वासा के ताजे पत्तो का रस निकालकर पियें ! इससे बवासीर की समस्या में लाभ होगा और रक्तस्राव भी बंद हो जायेगा !

शीत पित्त में

जिनको शीत पित्त Urticaria की शिकायत है उनके लिए वासा बहुत ही लाभकारी है ! इसके लिए वासा की पत्तियो को छाया में सुखा कर पाउडर कर रखे ! 2-3 ग्राम पाउडर को शुबह – शाम पानी के साथ सेवन करे ! इससे शरीर की खुजली दूर होगी और शरीर पर चकत्ते भी नही पड़ेगे !

आंतो के घाव में

जिनको आंतो में घाव है , Ulcerative Colitis है, आंतो मेंसंक्रमण है या जलोदर की शिकायत है ! इसके लिए वासा के पत्तो का पाउडर कर , बराबर मात्रा में मुलेठी मिलकर रखे ! 1 – 1चम्मच पाउडर को सुबह शाम सेवन करे ! इससे आंतो के घाव , Ulcerative Colitis,  आंतो मेंसंक्रमण है या जलोदर की शिकायत में लाभ होगा !
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अमूल्य कथन

1 Amla a day = No Doctor
1 Lemon a day = No Fat
3 liters of Water per day = No Diseases
5 Tulsi Leafs a day = No Cancer
1 Cup milk a day = No bone Problem

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